फ़ज़ीलत ऐ सुरह रहमान
ईमाम जाफर सादिक अ.स से रिवायत है आप ने फ़रमाया की तुम सुरह रहमान की तिलावत और उसके क़याम को तर्क मत करो इसलिए की ये सुरह मुनाफिकीन के दिलों में नहीं आता और ये सुरह क़यामत के दिन इंसानी शक्ल में बहतरीन सूरत में उम्दाह खुशबू लिए हुए आयेगा यहाँ तककि ऐसी जगह पर खड़ा होगा के किसी को अल्लाह से उस से ज्यादा कुर्बत नहीं होगी .अल्लाह इस सुरह से खिताब करेगा फरमाएगा बताओ दुनयावी ज़िन्दगी में किसने तुम्हारे साथ कियाम क्या था और कोन है जो मुसलसल तुम्हारी तिलावत करता रहा तो वोह सुरह जवाब देगा ऐ मेरे परवरदिगार फला शख्स और फला शख्स तो उनलोगों के चेहरे मुनव्वर होजयेगें तो अल्लाह उनसे कहेगा तुम लोग जिस की चाहो शिफात करो तो वोह लोग शिफात करेगें यहाँ तक्की कोई इंतिहा बाकी नहीं रहेगी और न ही कोई ऐसा शख्स बाकी रहेगा जिसकी वोह शिफात करें तो उस वक़्त इरशाद ऐ बारी होगा तुम लोग जन्नत में दाखिल होजाओ और जिस तरह चाहो रिहाहिश इख्तियार करो .(सवाबुल अमाल पेज १४५ ,खुसिसियत व फवैद ऐ कुरान पेज न :१४५ )
अस्करी हसन जैदी
हुसैनी इस्लामिक लाइब्रेरी